दीपावली: खुशियों का त्योहार
भारतीय समाज के लिए दीपावली, एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार न केवल धार्मिक महत्व का होता है, बल्कि इससे जुड़ी रिवाज़, सांस्कृतिक परंपराएं और खुशियों की बौछारें भी होती हैं। इसे 'दीपावली' कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है 'दीपों की पंक्ति'। यह त्योहार हिन्दू पंचांग के कारण कार्तिक मास के अमावस्या को मनाया जाता है।
धार्मिक महत्व:
दीपावली का मुख्य धार्मिक कारण है भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में लोगों ने दीपों से नगर को रौंगते दिखाई थीं। इसके साथ ही, देवी लक्ष्मी को आमंत्रित करने के लिए भी दीपावली मनाई जाती है। लोग अपने घरों को सजाकर, दीपों से सजाकर, और रंग-बिरंगे फूलों से सजाकर मिलते-जुलते अपने परिवार के साथ इसे मनाते हैं।
राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व:
दीपावली न केवल धार्मिक महत्व का होता है, बल्कि यह भी भारतीय समाज के लिए राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व का होता है। इसे विभिन्न राजा-महाराजाओं के राजा-महाराजाओं ने अपने दरबारों में धूमधाम से मनाया है, जिससे लोग एक-दूसरे के साथ मिल जुलकर त्योहार का आनंद लेते हैं।
विशेष पक्ष:
दीपावली का विशेष पक्ष बच्चों के लिए होता है, क्योंकि उन्हें लगभग सभी दिनों के लिए छुट्टी मिलती है। इस अवसर पर वे अपने दोस्तों के साथ खेतों में फुलझड़ी जलाते हैं, रंग-बिरंगे पटाखों का आनंद लेते हैं और घर की सजावट में मदहोश हो जाते हैं।
साफ-सुथरा और स्वस्थ दीपावली:
इस दीपावली, हमें ध्यान रखना चाहिए कि पटाखों का इस्तेमाल करने से प्रदूषण बढ़ता है और हवा की गुणवत्ता में कमी होती है। इसलिए हमें साफ-सुथरा और स्वस्थ दीपावली मनाने का प्रयास करना चाहिए।
पर्व का आनंद:
दीपावली का महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि यह एक परिवार का मिलन-सुलह, प्रेम और आत्मीयता का समय है। इस अवसर पर, लोग अपने पुराने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलते हैं, विशेष रूप से वे जो दूर रहते हैं। इससे नए और मजेदार याराने बनते हैं और एक-दूसरे के साथ बड़ी खुशियां बांटते हैं।
रंग-बिरंगा भोज:
दीपावली के इस मौके पर, घरों में सुगंधित मिठाईयों और नाने-नानी के हाथ के विशेष व्यंजनों की खुशबू फैलती है। लोग अपने घरों में अच्छी तरह से सजाकर, सुंदर तोरणों और आभूषणों से सजाकर एक विशेष भोजन की तैयारी करते हैं। यह भोज लोगों को एक-दूसरे के साथ बैठकर, प्यार और समरसता का आत्मवाद करने का अवसर प्रदान करता है।
दीपावली की सफाई:
त्योहार के इस मौके पर घरों की सफाई भी एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। लोग अपने घरों को छूटी सजावट देने के लिए समर्थ होते हैं और इसे एक नए रूप में सजाने का इंतजार करते हैं। यह सफाई उनके घर को न केवल सुंदर बनाती है, बल्कि उन्हें नए और शुभारंभ की भावना देती है।
दीपावली का साहित्यिक स्वाद:
दीपावली के इस मौके पर, लोग साहित्य, कला और संस्कृति का भी आनंद लेते हैं। लोग मेले, कला प्रदर्शनी और नृत्य संध्याएं आयोजित करते हैं जो समृद्धि और समरसता की भावना से भरी होती हैं।
नई शुरुआत:
दीपावली एक नई शुरुआत का भी संकेत है। लोग नए लक्ष्य तय करते हैं, अपने बुरे गुणों को छोड़कर अच्छाई की ओर बढ़ने का विचार करते हैं और नई सोच अपनाने का संकल्प करते हैं।